साल के 8 महीने पानी में डूबा रहता है यह अनोखा मंदिर,यहां से दिखती हैं स्‍वर्ग की ओर जाने वाली सीढ़ियां

बाथू की लड़ी मंदिर  हिमाचल के कांगड़ा जिले में स्थित है 

इस मंदिर का संबंध महाभारत से है।

यह मंदिर महाराणा प्रताप सागर झील में पौंग बांध की दीवार से 15 किमी दूर एक टापू पर बना हुआ है।

मंदिर फरवरी से जुलाई तक पानी के नीचे रहता है। यानी की इस मंदिर के दर्शन सिर्फ 4 महीने ही किए जा सकते हैं।

जैसे ही पोंग बांध झील का पानी का स्‍तर बढ़ता है, पानी के नीचे मंदिर की एक अलग ही दुनिया बन जाती है।

इस मंदिर के बारे में आश्‍चर्य वाली बात है कि लंबे समय तक डूबे रहने के बाद भी मंदिर की संरचना में कोई बदलाव नहीं आया है।

मंदिर के आसपास का नजारा बहुत मनोरम है

अगर आप इस मंदिर के दर्शन के लिए  अप्रैल से जून तक का समय अच्‍छा है। 

 इस मंदिर तक नांव द्वारा पहुंचा जा सकता है। मंदिर के चारों तरफ एक द्वीप जैसी संरचना है, जिसे रेंसर कहा जाता है।

करीबी एयरपोर्ट धर्मशाला का गग्‍गल एयरपोर्ट है। कांगड़ा से जवाली या धमेता गांव तक टैक्सी किराए पर ली जा सकती है।